उधमपुर के बसंतगढ़ में वीडीजी सदस्य की हत्या कर जंगलों में फरार आतंकियों पर सुरक्षाबलों का शिकंजा कसता जा रहा है। सुरक्षाबलों ने जंगल में तीन तरफ से घेराबंदी की है। कठुआ के ढग्गर, बसंतगढ़ व डोडा जिले की ओर से तलाशी अभियान चल रहा है। बुधवार को चौथे दिन भी तलाशी अभियान जारी है। इस दौरान मानव रहित हवाई वाहन (अनमैन्ड एरियल व्हीकल) का भी प्रयोग किया जा रहा है। जबकि ड्रोन, हेलीकॉप्टर और डॉग स्क्वॉयड की मदद से पहले दिन से ही जंगलों को खंगला जा रहा है।
सेना, सीआरपीएफ, पुलिस व एसओजी ने मंगलवार को तीसरे दिन भी बसंतगढ़ के पहाड़ी और जंगली क्षेत्रों में आतंकियों की धर पकड़ के तलाशी अभियान जारी रखा है। डुडू क्षेत्र में हेलीकॉप्टर से तलाश की गई। 28 अप्रैल को बसंतगढ़ में आतंकी मुठभेड़ के बाद से ही सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर रखी है। डुडू इलाके में डॉग स्क्वॉयड के साथ ही ड्रोन की भी मदद ली गई।
अभी तक आतंकियों का कोई सुराग नहीं लगा है, जिस कारण अभियान को तेज करने के लिए कठुआ के बाद अब किश्तवाड़ और डोडा की ओर से भी सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी ली जा रही है। इस संदर्भ में एसएचओ बसंतगढ़ राजेंद्र शर्मा ने बताया कि अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। संदेह के आधार पर हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ जारी है।
कठुआ के ढग्गर और किंडली में सर्च ऑपरेशन
बसंतगढ़ के आतंकियों की कठुआ के ढग्गर में होने की सूचना पर सुरक्षा बल इलाके में तलाशी अभियान चला रहे हैं। ड्रोन से निगरानी की जा रही है। हालांकि, पुलिस ने इस पूरे मामले पर कोई भी जानकारी देने से इन्कार किया है।
सूत्रों के मुताबिक बनी के ढग्गर के गांव रिंड के निवासी ने वहां हथियारबंद लोगों को देखा। सूचना के बाद जम्मू और बसोहली से पहुंचे सुरक्षा बलों ने मंगलवार सुबह तड़के उपमंडल के दूरदराज इलाके ढग्गर में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
इस दौरान, कठुआ पुलिस और एसओजी की ओर से बिलावर के ब्लॉक लोहाई मल्हार गांव किंडली में पुलिस के आला अधिकारियों ने दौरा किया। इनमें डीआईजी जम्मू-कठुआ-सांबा रेंज सुनील गुप्ता, एडीजीपी आनंद जैन और एसएसपी शिवदीप सिंह जम्वाल भी मौजूद रहे।
पुलिस ने थाना मल्हार के अधीन आते इलाकों में सर्च ऑपरेशन भी चलाया। बताया जा रहा है कि शाम 6:20 पर सर्च ऑपरेशन खत्म किया गया। इस दौरान कोई संदिग्ध गतिविधि सामने नहीं आई। हालांकि, सेना की ओर बनी के ढग्गर में चलाया जा रहा सर्च ऑपरेशन देर शाम खबर लिखे जाने तक जारी था।
चॉपर से पहुंचाए पैरा मिलिट्री कमांडो, ड्रोन से निगरानी
जानकारी के मुताबिक बेहद दूरदराज इलाका होने के कारण ढग्गर का बड़ा इलाका सड़क संपर्क से वंचित है। ऐसे में दोपहर 12:20 पर पैरा मिलिट्री कमांडो को चॉपर की मदद से जंगल में उतारा गया। इसके अलावा, उक्त क्षेत्र में ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
लोगों में असुरक्षा की भावना, डीसी से मिले
ढग्गर में उक्त गतिविधि की सूचना के बाद स्थानीय लोगों का शिष्टमंडल मंगलवार को जिला उपायुक्त से मिला। डीसी कार्यालय पहुंचे ढग्गर के पूर्व सरपंच अमीर चंद ने बताया कि उनके इलाके से सटे उधमपुर जिले के चाचरूगलां में हुई आतंकी घटना के बाद अब लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं।
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